इस दुनिया में कोई भी मजबूर नहीं होता बस अपने आदतों से बाज़ आ
इस दुनिया में कोई भी मजबूर नहीं होता बस अपने आदतों से बाज़ आने के बजाय।
एक शराबी शराब से बाज़ नहीं आता कहता है मजबूर हूं पीने को।एक व्यक्ति भीख मांगने से बाज़ नहीं आता कहता है मजबूर हूं कमाने से।लेकिन ये अपनी सदैव अवसर की तलाश में रहती है और वो खुद को मजबूर नहीं बल्कि मजबूत बनाती है।
RJ Anand Prajapati