इस तंदरुस्त दुनिया की, तालीम हो जाये l
इस तंदरुस्त दुनिया की, तालीम हो जाये l
जीने के लिये चलो, सहज जालिम हो जाये ll
काले काले चरित्र हो, लाल लाल रंग हो l
मानवता को नाकार, सहज इल्म हो जाये ll
अरविन्द व्यास “प्यास”
इस तंदरुस्त दुनिया की, तालीम हो जाये l
जीने के लिये चलो, सहज जालिम हो जाये ll
काले काले चरित्र हो, लाल लाल रंग हो l
मानवता को नाकार, सहज इल्म हो जाये ll
अरविन्द व्यास “प्यास”