इस “खोज” में ना उलझें, कि “भगवान” हैं या नहीं, “खोज” यह रखें
इस “खोज” में ना उलझें, कि “भगवान” हैं या नहीं, “खोज” यह रखें, कि हम खुद “इंसान” हैं या नहीं। ज़िंदगी एक आईने की तरह है ये तभी मुस्कुराऐगी जब आप मुस्कुराओगे…🙏🏃🏻♂️मुस्कराते रहिए। हमारे चेहरे की मुस्कुराहट से हमारी सभी परेशानीया परेशान होकर भाग जायेगी और हमारे चेहरे की परशानीया ही नयी नयी परेशानीयो को खोज खोज कर लायेगी। सदैव प्रभु का आभार करते रहे, संतोष का दामन थाम कर रखे, हस्ते रहे और हंसाते रहे। प्रणाम, नमस्कार, वंदेमातरम…भारत माता की जय 🚭‼️