इस खुदगर्ज दुनिया में किसी गैर को,
इस खुदगर्ज दुनिया में किसी गैर को,
अपना समझने की कोशिश न करना।
न जाने किस भेष में दरिंदा मिल जाए,
पीठ में खंजर उतार कर निकल जाए।
श्याम सांवरा….
इस खुदगर्ज दुनिया में किसी गैर को,
अपना समझने की कोशिश न करना।
न जाने किस भेष में दरिंदा मिल जाए,
पीठ में खंजर उतार कर निकल जाए।
श्याम सांवरा….