इस आकाश में अनगिनत तारे हैं
इस आकाश में अनगिनत तारे हैं
सब अपनी जगह पर चमकते हैं
कोई भेदभाव नहीं कोई स्पर्धा नहीं
क्योंकि सभी अपना महत्व समझते हैं
_ सोनम पुनीत दुबे
इस आकाश में अनगिनत तारे हैं
सब अपनी जगह पर चमकते हैं
कोई भेदभाव नहीं कोई स्पर्धा नहीं
क्योंकि सभी अपना महत्व समझते हैं
_ सोनम पुनीत दुबे