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16 Apr 2022 · 1 min read

इसमें भी राजी, उसमे भी राजी l

इसमें भी राजी, उसमे भी राजी l
रचना, यह भी ताजी, वह भी ताजी ll

रसिक कवि की प्रीत, बड़ी अजीब रही l
प्यास, न हारे और न जीते बाजी ll

अरविन्द व्यास “प्यास”
व्योमत्न

Language: Hindi
104 Views
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