इश्क़
#गीत-‘इश्क़’
इश्क़ आइने से न कीजिए,
हमीं आइना हो जाएँगे।
टूट आइना तो जाएगा,
हम तो संग मुस्क़राएँगे।।
प्यार कभी भी कम ना होगा,
यही हमारा इक वादा है।
तोड़ हँसें दिल दुनिया वाले,
अपना दिल सीधा सादा है।
जन्म – जन्म का लिए इरादा,
गीत मिलन के हम गाएँगे।।
टूट आइना तो जाएगा,
हम तो संग मुस्कराएँगे।।
प्रेम रूह से किया अमर हो,
पल-पल कभी न भूला जाए।
नैनों से जब नैन मिलें तो,
प्रेम हृदय में भर-भर आए।
जल से सागर जल से बादल,
तुम से हम हम हो जाएँगे।।
टूट आइना तो जाएगा,
हम तो संग मुस्कराएँगे।।
प्रेम गीत लय सम घुल जाए,
मन-मन से जब हिल मिल जाए।
सूर्य रोशनी चाँद चाँदनी,
शोभा जीवन की हो जाए।
नव पल्लव – सी काया बनके,
छाँव प्रेम की कर पाएँगे।।
टूट आइना तो जाएगा,
हम तो संग मुस्क़राएँगे।।
#आर.एस.’प्रीतम’