इश्क़ का फलसफ़ा
मुहब्बत तो इबादत है तिजारत इसको मत कहिए
ये जज़बाती हक़ीक़त है ज़रूरत इसको मत कहिए
‘चिराग़’इस दिल के काग़ज़ पर लिखे हैं आंसुओं से जो
ये हैं जज़्बात रूहानी इबारत इसको मत कहिए
चिराग़ बैसवारी
मुहब्बत तो इबादत है तिजारत इसको मत कहिए
ये जज़बाती हक़ीक़त है ज़रूरत इसको मत कहिए
‘चिराग़’इस दिल के काग़ज़ पर लिखे हैं आंसुओं से जो
ये हैं जज़्बात रूहानी इबारत इसको मत कहिए
चिराग़ बैसवारी