” इश्क के पैग़ाम “
” मिलें खुशियां तुम्हें ऐसी कि मन में गम न हो पाएं,
बिछड़ जाऊं भी तुमसे तो ये रिश्तें कम न हो पाएं,
करूं मैं कामना दिल से रहो जग में सलामत तुम,
सुन के मेरे मौत की खबर पलकें नम न हो जाएं। ”
श्याम बिहारी ” मधुर ”
सोनभद्र, उत्तर प्रदेश