इश्क की खुशबू।
इश्क की खुशबू में महक रहे है।
मोहब्बत में हदों से गुज़र रहे है।।
चांदनी ए कमर भी उरूज पे है।
आशिक ए इश्क में बहक रहे है।।
✍️✍️ ताज मोहम्मद ✍️✍️
इश्क की खुशबू में महक रहे है।
मोहब्बत में हदों से गुज़र रहे है।।
चांदनी ए कमर भी उरूज पे है।
आशिक ए इश्क में बहक रहे है।।
✍️✍️ ताज मोहम्मद ✍️✍️