इश्क़
अपने हौसलों को और मजबूत कर ले तू।
इश्क़ और मोहब्बत के मौसम सदाबहार नहीं रहते।
बयां करे दे अपना हाल ए दिल अपने रहनुमाओं से।
हमसफ़र के रास्तों में फूल भी ज्यादा देर नहीं रहते
…..समीर……
अपने हौसलों को और मजबूत कर ले तू।
इश्क़ और मोहब्बत के मौसम सदाबहार नहीं रहते।
बयां करे दे अपना हाल ए दिल अपने रहनुमाओं से।
हमसफ़र के रास्तों में फूल भी ज्यादा देर नहीं रहते
…..समीर……