इश्क़ आसान बहुत है
रूठ जाती है अक्सर ज़रा सी बात पर,
दोस्तों मेरी महबूबा नादान बहुत है।
वो अब मुश्किलों से परेशान होती हैं,
जो कहती थीं इश्क़ आसान बहुत है।।
रूठ जाती है अक्सर ज़रा सी बात पर,
दोस्तों मेरी महबूबा नादान बहुत है।
वो अब मुश्किलों से परेशान होती हैं,
जो कहती थीं इश्क़ आसान बहुत है।।