इन रेत के टुकडों से तुम दिल बना ना पाये।
इन रेत के टुकडों से तुम दिल बना ना पाये।
मिलना था साथ जिनको अब तक बुला ना पाये।
पहचान थी बहुत पर दिल को कुबूल ना थे ,
ऐ हम नशी तुझे हम अब तक समझ ना पाये ।।।
Phool gufran
इन रेत के टुकडों से तुम दिल बना ना पाये।
मिलना था साथ जिनको अब तक बुला ना पाये।
पहचान थी बहुत पर दिल को कुबूल ना थे ,
ऐ हम नशी तुझे हम अब तक समझ ना पाये ।।।
Phool gufran