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17 Aug 2024 · 1 min read

इन झील सी गहरी आंखों ने

इन झील सी गहरी आंखों ने
दुखों का शैलाब देखा है
उन आंसुओं का क्या?
जो रोकने से भी नही रुकती
बूढ़ी सफेद बालों ने
गालों को सहलाकर कहा-
तुम्हारे हर दुःख दर्द का
मैं मुकम्मल प्रमाण हूं
कभी वक्त मिले तो,
मुझे भी संवार लेना।

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