इनपे विश्वास मत कर तू
जीवन बर्बाद मत कर तू , इनपे विश्वास मत कर तू ।
वफ़ा नहीं ये किसी दिल से, वफ़ा इनसे मत कर तू ।।
जीवन बर्बाद मत कर तू —————————।।
प्यार इनका झूठा है, वादा इनका झूठा है।
हसीन इन सूरतों ने, बहुत दिलों को लूटा है।।
करेगी बदनाम तुमको ये, इनसे दिल्लगी मत कर तू ।
जीवन बर्बाद मत कर तू —————————।।
बहुत बेहरमी हैं ये दिल, बहुत बेशर्मी हैं ये हुर्र।
खिलौना मानकर दिल को, फैंक देती है ये दूर।।
यही हाल तुम्हारा करेगी, इनसे मोहब्बत मत कर तू ।
जीवन बर्बाद मत कर तू —————————।।
नहीं है पाक इनकी हस्ती, दामन है दागदार इनका।
नकली है शान इनकी, नहीं है ईमान कुछ इनका।।
होगा बदनाम तू भी इनसे, जी हुजूरी इनकी मत कर तू ।
जीवन बर्बाद मत कर तू —————————।।
शिक्षक एवं साहित्यकार
गुरुदीन वर्मा उर्फ़ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)