Sahityapedia
Login
Create Account
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
Dr fauzia Naseem shad
189 Followers
Follow
Report this post
23 Oct 2024 · 1 min read
इनका एहसास खूब होता है,
इनका एहसास खूब होता है,
दर्द इतने बुरे नहीं होते ।
डाॅ फ़ौज़िया नसीम शाद
Tag:
Quote Writer
Like
Share
1 Like
· 26 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Join Sahityapedia on Whatsapp
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all
फ़ासले
Dr. Fauzia Naseem Shad
एहसास के मोती
Dr. Fauzia Naseem Shad
मेरे एहसास
Dr. Fauzia Naseem Shad
You may also like:
जुदाई का प्रयोजन बस बिछड़ना ही नहीं होता,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
शारदे देना मुझको ज्ञान
Shriyansh Gupta
अर्ज किया है जनाब
शेखर सिंह
सफ़र
Shashi Mahajan
"चले आते"
Dr. Kishan tandon kranti
दिवाली ऐसी मनायें
gurudeenverma198
नव वर्ष (गीत)
Ravi Prakash
ज़िंदगी है गीत इसको गुनगुनाना चाहिए
Dr Archana Gupta
‘ विरोधरस ‘---6. || विरोधरस के उद्दीपन विभाव || +रमेशराज
कवि रमेशराज
2996.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
🙅नया सुझाव🙅
*प्रणय*
जो धधक रहे हैं ,दिन - रात मेहनत की आग में
Keshav kishor Kumar
आसमां में चाँद छुपकर रो रहा है क्यूँ भला..?
पंकज परिंदा
ମଣିଷ ଠାରୁ ଅଧିକ
Otteri Selvakumar
नलिनी छंद /भ्रमरावली छंद
Subhash Singhai
आज किसी का दिल टूटा है
Rajender Kumar Miraaj
कौन कहता है कि आसमां झुकता नहीं है
VINOD CHAUHAN
জয় শিব শঙ্কর (শিবের গান)
Arghyadeep Chakraborty
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
जीवन सबका एक ही है
DR ARUN KUMAR SHASTRI
कलम की ताक़त
Dr. Rajeev Jain
प्रीत ऐसी जुड़ी की
Seema gupta,Alwar
मचलते है जब दिल फ़िज़ा भी रंगीन लगती है,
डी. के. निवातिया
गुफ्तगू तुझसे करनी बहुत ज़रूरी है ।
Phool gufran
शीर्षक - संगीत
Neeraj Agarwal
कविता- "हम न तो कभी हमसफ़र थे"
Dr Tabassum Jahan
अपना पीछा करते करते
Sangeeta Beniwal
हम सब भी फूलों की तरह कितने बे - बस होते हैं ,
Neelofar Khan
भारत के वीर जवान
Mukesh Kumar Sonkar
कली से खिल कर जब गुलाब हुआ
नेताम आर सी
Loading...