मुफ़लिसों को मुस्कुराने दीजिए।
****हर पल मरते रोज़ हैं****
प्रेम सच्चा अगर नहीं होता ।
Jyoti Shrivastava(ज्योटी श्रीवास्तव)
लोगों की मजबूरी नहीं समझ सकते
గురువు కు వందనం.
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
*चलो नहाऍं आज चाँदनी में घूमें हम दोनों (मुक्तक)*
कद्र माँ-बाप की जिसके आशियाने में नहीं
Panna mai zindgi ka agar fir se palatu
चमचे भी तुम्हारे हैं फटेहाल हो गए
प्यार विश्वाश है इसमें कोई वादा नहीं होता!
मंत्र: सिद्ध गंधर्व यक्षाधैसुरैरमरैरपि। सेव्यमाना सदा भूयात्