Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 May 2024 · 1 min read

इधर एक बीवी कहने से वोट देने को राज़ी नहीं। उधर दो कौड़ी के लो

इधर एक बीवी कहने से वोट देने को राज़ी नहीं। उधर दो कौड़ी के लोग पूरी बस्ती और बिरादरी के वोटों का ठेका ले रहे हैं। कमाल है।।

🙅प्रणय प्रभात🙅

1 Like · 85 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
गुलाबों का सौन्दर्य
गुलाबों का सौन्दर्य
Ritu Asooja
झुकना होगा
झुकना होगा
भरत कुमार सोलंकी
मैं महकती यादों का गुलदस्ता रखता हूँ
मैं महकती यादों का गुलदस्ता रखता हूँ
VINOD CHAUHAN
किसी के वास्ते इसे
किसी के वास्ते इसे
Dr fauzia Naseem shad
तन मन धन निर्मल रहे, जीवन में रहे उजास
तन मन धन निर्मल रहे, जीवन में रहे उजास
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
कवर नयी है किताब वही पुराना है।
कवर नयी है किताब वही पुराना है।
Manoj Mahato
सार छंद विधान सउदाहरण / (छन्न पकैया )
सार छंद विधान सउदाहरण / (छन्न पकैया )
Subhash Singhai
मजबूरन आँखें छिपा लेता हूं,
मजबूरन आँखें छिपा लेता हूं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
ईश्वर जिसके भी सर्वनाश का विचार बनाते हैं तो सबसे पहले उसे ग
ईश्वर जिसके भी सर्वनाश का विचार बनाते हैं तो सबसे पहले उसे ग
इशरत हिदायत ख़ान
अरे वो ज्यादा से ज्यादा क्या होगा
अरे वो ज्यादा से ज्यादा क्या होगा
Keshav kishor Kumar
मंत्र :या देवी सर्वभूतेषु सृष्टि रूपेण संस्थिता।
मंत्र :या देवी सर्वभूतेषु सृष्टि रूपेण संस्थिता।
Harminder Kaur
डॉ अरूण कुमार शास्त्री,
डॉ अरूण कुमार शास्त्री,
DR ARUN KUMAR SHASTRI
4520.*पूर्णिका*
4520.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
...........!
...........!
शेखर सिंह
कुछ जवाब शांति से दो
कुछ जवाब शांति से दो
पूर्वार्थ
बहुत प्यार करती है वो सबसे
बहुत प्यार करती है वो सबसे
Surinder blackpen
“त्याग वही है, जो कर के भी दिखाया न जाए, यदि हम किसी के लिए
“त्याग वही है, जो कर के भी दिखाया न जाए, यदि हम किसी के लिए
Ranjeet kumar patre
जब मां भारत के सड़कों पर निकलता हूं और उस पर जो हमे भयानक गड
जब मां भारत के सड़कों पर निकलता हूं और उस पर जो हमे भयानक गड
Rj Anand Prajapati
आपका हर दिन तरक्की बाला हो,
आपका हर दिन तरक्की बाला हो,
Phool gufran
मौर ढलल
मौर ढलल
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
*चुनाव: छह दोहे*
*चुनाव: छह दोहे*
Ravi Prakash
मु
मु
*प्रणय*
*** शुक्रगुजार हूँ ***
*** शुक्रगुजार हूँ ***
Chunnu Lal Gupta
मैं एक महल हूं।
मैं एक महल हूं।
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
कहमुकरियाँ हिन्दी महीनों पर...
कहमुकरियाँ हिन्दी महीनों पर...
डॉ.सीमा अग्रवाल
बढ़ी हैं दूरियाँ दिल की भले हम पास बैठे हों।
बढ़ी हैं दूरियाँ दिल की भले हम पास बैठे हों।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
धुंध छाई उजाला अमर चाहिए।
धुंध छाई उजाला अमर चाहिए।
Rajesh Tiwari
"युद्ध नहीं जिनके जीवन में, वो भी बड़े अभागे होंगे या तो प्र
Urmil Suman(श्री)
अपना माना था दिल ने जिसे
अपना माना था दिल ने जिसे
Mamta Rani
Love is some time ❤️
Love is some time ❤️
Otteri Selvakumar
Loading...