Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
Shweta Soni
28 Followers
Follow
Report this post
20 Mar 2024 · 1 min read
इतनी जल्दी क्यूं जाते हो,बैठो तो
इतनी जल्दी क्यूं जाते हो,बैठो तो
लंबे अर्से बाद मिले हो,बैठो तो
Tag:
Quote Writer
Like
Share
109 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
Books from Shweta Soni
View all
अंतर्मन का कोपभवन
Shweta Soni
ख्वाब जो देखे थे मैंने
Shweta Soni
You may also like these posts
जो वक्त से आगे चलते हैं, अक्सर लोग उनके पीछे चलते हैं।।
Lokesh Sharma
" लो आ गया फिर से बसंत "
Chunnu Lal Gupta
कर्बला हो गयी तय्यार खुदा खैर करे
shabina. Naaz
निमन्त्रण पत्र
NAVNEET SINGH
सितामढी़
श्रीहर्ष आचार्य
गतिमान रहो
श्रीकृष्ण शुक्ल
नववर्ष अभिनंदन
Neha
विश्व पुस्तक दिवस पर
Mohan Pandey
समुंद्र की खिड़कियां
ओनिका सेतिया 'अनु '
शीर्षक -गुरू
Sushma Singh
सम्मान की लालसा
Sudhir srivastava
शीतल शालीन प्रहार का दृष्टि दृष्टिकोण धैर्य धनपत का साहित्यिक प्रहार
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
अदम गोंडवी
Dr. Kishan tandon kranti
भौतिक सुख की चाह में,
sushil sarna
2868.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
जितनी ज्यादा चाह परिंदे।
पंकज परिंदा
प्रेमिका और पत्नी
Acharya Rama Nand Mandal
सोच समझ कर वोलो वाणी रे
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
अस्तु
Ashwani Kumar Jaiswal
कुछ ना लाया
भरत कुमार सोलंकी
आकाश में
surenderpal vaidya
ज़िंदगी का फ़लसफ़ा
Dr. Rajeev Jain
बंध
Abhishek Soni
💐 *दोहा निवेदन*💐
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
गीत- कृपा करना सदा हमपर...
आर.एस. 'प्रीतम'
जल प्रदूषण दुख की है खबर
Buddha Prakash
टूट गया दिल
Shekhar Chandra Mitra
गोवा की सैर (कहानी)
Ravi Prakash
Spectacular Superman
Chitra Bisht
कमरा उदास था
Shweta Soni
Loading...