इतना रोई कलम
इतना रोई कलम
कि अब तो स्याही सूख गयी
थोड़ा सा विश्राम इसे दो
क्लांत मलिन मुख घोर निराशा
रुक कर इसे श्वास लेने दो
आगे और बहुत कुछ लिखना
साहस धैर्य संजो ले फिर से
इतना तो विश्राम इसे दो
थोड़ा सा विश्राम इसे दो
इतना रोई कलम
कि अब तो स्याही सूख गयी
थोड़ा सा विश्राम इसे दो
क्लांत मलिन मुख घोर निराशा
रुक कर इसे श्वास लेने दो
आगे और बहुत कुछ लिखना
साहस धैर्य संजो ले फिर से
इतना तो विश्राम इसे दो
थोड़ा सा विश्राम इसे दो