इक वहम चाहते हैं।
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दायार ए रसूले करम मांगते है।
तुम्हारा ही जैसा इक सनम मांगते है।।
हो जाए इश्क हमें भी दिल से।
भले हो वहम वो इक वहम चाहते है।।
✍️✍️ ताज मोहम्मद ✍️✍️
दायार ए रसूले करम मांगते है।
तुम्हारा ही जैसा इक सनम मांगते है।।
हो जाए इश्क हमें भी दिल से।
भले हो वहम वो इक वहम चाहते है।।
✍️✍️ ताज मोहम्मद ✍️✍️