इकांत बहुत प्यारी चीज़ है ये आपको उससे मिलती है जिससे सच में
इकांत बहुत प्यारी चीज़ है ये आपको उससे मिलती है जिससे सच में आपको सुकून मिलता है
कभी जाइए किसी गगनचुंबी इमारत पे और वहाँ से देखिए वो भागमभाग वाली लोगों की ज़िंदगी को
कभी बैठिए bus या train की window सीट पे और अपने साथ चलते हुए बदलो को देखिए
खोजिए इक इकांतवास और करिए कभी खुद से कुछ गुफ़्तगू जो देंगे वाक़ई में आपको सुकून
आपण खुद बाँ खुद गुम हो जायेंगे उन यादों में आप खो जायेंगे कुछ उलझनो में और कुछ सवालों में उन सवालों में जो आपके लिए आपसे ही किए जा rhe होगे
आप अचानक से गुम हो जायेंगे कुछ यादों में जिसमें आपकी कुछ किसी से खट्टी मीठी यादें होगी
उन उलझनो में जो आपकी आपसे खुद में चल rhi होंगी आपके सपनो को लेकर आपकी खुद की अस्त-व्यस्त ज़िंदगी की जो कुछ रास्तों पे चल कर बिखर गयी होगी
यक़ीन मानिए इक आम आदमी की नज़र में ये सिर्फ़ समय की बर्बादी होगी
पर मेरी नज़र में मुझे खुद से मिलवाता है ये एकांतवास और देता है कुछ चंद पालो का सुकून जो बचाता है आपको कुछ ग़लत कदम उठाने से