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13 Mar 2021 · 1 min read

इंतजाम कुछ कर ऐसा

१.

इंतजाम कुछ कर ऐसा
जिन्दगी को सुकून मिले

मकसद जो इंसानियत की राह
मरकर भी तुझे सुकून मिले

२.

स्वीकार जो कर लोगे उसकी कारीगरी को
मन को मिलेगा चैन, दिल को करार

सुबह होगी खिली – खिली , शाम को बहार
तू होगा उसकी आँखों का नूर, होंगे तेरे किस्से हजार

Language: Hindi
1 Like · 260 Views
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