इंतज़ार की मियाद क्यों नहीं होती
इंतज़ार की मियाद क्यों नहीं होती
मेरी तड़प तेरे दिल को क्यों नहीं छूती
गुज़र जाता है दिन लम्हों को गिन
अंधियारी रात की सुबह क्यों नहीं होती
चित्रा बिष्ट
इंतज़ार की मियाद क्यों नहीं होती
मेरी तड़प तेरे दिल को क्यों नहीं छूती
गुज़र जाता है दिन लम्हों को गिन
अंधियारी रात की सुबह क्यों नहीं होती
चित्रा बिष्ट