आ जाना आ जाना __
**स्नेह गीत**
आ जाना आ जाना तुम जल्दी घर पर आ जाना।
तुम्हारे लिए ही सजी हूं मैं तो सपने पूरे कर जाना।
(१) _राह निहारु तुम्हें पुकारू।
तेरे नाम का व्रत लिया।।
तुझसे ही है जीवन मेरा।
सुन सुन सुन ओ मेरे पिया।।
उमर हो लंबी सजन तुम्हारी, मेरे लिए संवर जाना।
आ जाना आ जाना तुम जल्दी घर पर आ जाना।
(२)_आज तुम्हें ही देखकर मैं तो ,
अपने व्रत को खोलूंगी।
साथ तुम्हारा पाकर मैं तो,
रस प्रीत का घोलूंगी।।
कभी न हो दूरी तुमसे दिल में ऐसे उतर जाना।
आ जाना आ जाना तुम जल्दी घर पर आ जाना।।
(३)_प्रीत हमारी अमर रहे और,
साथ कभी ना छूटे रे।
तेरी मैं हूं मेरा तू है,
एक दूजे से ना रूठें रे।।
जनम जनम का वादा कर ये प्रीत अमर तुम कर जाना।
आ जाना आ जाना तुम जल्दी घर पर आ जाना।।
राजेश व्यास अनुनय