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15 Jun 2016 · 1 min read

*आज़ का सच*

भोली-भाली सूरत होती
काली लेकिन सीरत होती
हो अंतर में शैतान बसा
घर में रब की मूरत होती
धर्मेंद्र अरोड़ा

Language: Hindi
476 Views
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