Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Feb 2023 · 1 min read

आहुति

दे कर प्राणो की आहुति जीवन को साकार करो
रक्त से अपने भारत माँ के चर्णों का सिंगार करो

तूफ़ानों से आँख मिलाओ मौजों पे प्रहार करो
अपनी हिम्मत के बल बूते भव सागर को पार करो

जैसा पशुओं में होता है मत ऐसा व्यवहार करो
इंसानाँ हो तो इंसानों सा इंसानों से प्यार करो

निजी स्वार्थ की ख़ात़िर अपने जो हम को लड़वाते हैं
लानत भेजो उन लोगों पर उन सब का तिरस्कार करो

हमने माना रस्मे वस्मे तोड़ के आना मुश्किल है
सपनों में तो आओ जाओ इतना तो उपकार करो

जीवन में संतुष्टि की गर मन में इच्छा रखते हो
राजनीति को ठोकर मारो संसद का बहिष्कार करो

अपने आँख और कान हमैशा खुले रखो तो अच्छा है
ना मानो तो भाड़ मे जाओ, जाओ हाहाकार करो

( ख़ुमार देहल्वी )
07/02/2023

Language: Hindi
213 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

Who Said It Was Simple?
Who Said It Was Simple?
R. H. SRIDEVI
https://jlfunwin.com/
https://jlfunwin.com/
jlfunwin
ख्याल नहीं थे उम्दा हमारे, इसलिए हालत ऐसी हुई
ख्याल नहीं थे उम्दा हमारे, इसलिए हालत ऐसी हुई
gurudeenverma198
" काले सफेद की कहानी "
Dr Meenu Poonia
#आज_की_बात-
#आज_की_बात-
*प्रणय*
जिन्दगी थक जाएगी तूँ भी
जिन्दगी थक जाएगी तूँ भी
VINOD CHAUHAN
दोहा
दोहा
Jp yathesht
"सूर्य -- जो अस्त ही नहीं होता उसका उदय कैसे संभव है" ! .
Atul "Krishn"
जिस दिन हम ज़मी पर आये ये आसमाँ भी खूब रोया था,
जिस दिन हम ज़मी पर आये ये आसमाँ भी खूब रोया था,
Ranjeet kumar patre
उधार  ...
उधार ...
sushil sarna
ज्ञान का अर्थ अपने बारे में होश आत्मबोध
ज्ञान का अर्थ अपने बारे में होश आत्मबोध
ओंकार मिश्र
जब तुमने सहर्ष स्वीकारा है!
जब तुमने सहर्ष स्वीकारा है!
ज्ञानीचोर ज्ञानीचोर
*शादी के पहले, शादी के बाद*
*शादी के पहले, शादी के बाद*
Dushyant Kumar
मित्रता का मेरा हिसाब–किताब / मुसाफिर बैठा
मित्रता का मेरा हिसाब–किताब / मुसाफिर बैठा
Dr MusafiR BaithA
वेदों का काव्यात्मक अनुवाद : एक विलक्षण कार्य।
वेदों का काव्यात्मक अनुवाद : एक विलक्षण कार्य।
श्रीकृष्ण शुक्ल
साथी तेरे साथ
साथी तेरे साथ
Kanchan verma
प्रेरक प्रसंग
प्रेरक प्रसंग
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
हिन्दी दिवस
हिन्दी दिवस
Mahender Singh
खुद से मिल
खुद से मिल
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
कवि की लेखनी
कवि की लेखनी
Shyam Sundar Subramanian
चुनाव और नेता
चुनाव और नेता
Dr Archana Gupta
मन में रख विश्वास
मन में रख विश्वास
Anant Yadav
#आधार
#आधार
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
या खुदा तेरा ही करम रहे।
या खुदा तेरा ही करम रहे।
सत्य कुमार प्रेमी
As I grow up I realized that life will test you so many time
As I grow up I realized that life will test you so many time
पूर्वार्थ
कब रात बीत जाती है
कब रात बीत जाती है
Madhuyanka Raj
बादलों को आज आने दीजिए।
बादलों को आज आने दीजिए।
surenderpal vaidya
अहंकार
अहंकार
Khajan Singh Nain
रंगीला बचपन
रंगीला बचपन
Dr. Pradeep Kumar Sharma
"स्त्री के पास"
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...