आस
द्रौपदी को उस समय बस कृष्ण से ही आस थी
ज्ञात था उसको भी पांडव कुछ नहीं कर पाएंगे।
नर-मुख छुपाने को नही था बढ़ता हुआ वह चीर
पांडव भी मर-मर जिए, कौरव भले मर जायेंगे।
— पुखराज तेली 🥀
द्रौपदी को उस समय बस कृष्ण से ही आस थी
ज्ञात था उसको भी पांडव कुछ नहीं कर पाएंगे।
नर-मुख छुपाने को नही था बढ़ता हुआ वह चीर
पांडव भी मर-मर जिए, कौरव भले मर जायेंगे।
— पुखराज तेली 🥀