आस की भोर
आस की भोर मुझे बनना है
बनके किरणें मुझे बिखरना है
डूबते चाँद की हसरत छोड़ी
उगते सूरज के साथ चलना है।
निधि भार्गव
आस की भोर मुझे बनना है
बनके किरणें मुझे बिखरना है
डूबते चाँद की हसरत छोड़ी
उगते सूरज के साथ चलना है।
निधि भार्गव