आस्था के प्रतीक है, राम
आस्था के प्रतीक है, राम
लेकिन, क्या
राम का भवन बनने से
राम राज्य बन जायेगा?
भगवा धारण करके
क्या, कलयुगी मनुष्य
राम बन पायेगा?
राम का ध्वज फहराने से
क्या, हर द्वार राम समायेगा?
माथे पर तिलक लगाने से
क्या, प्रभु राम कहा जायेगा?
इतना सब करने के पश्चात
क्या, राम जैसा व्यक्तित्व
बना पाओगे।
जिसकी पूजा करते हो
क्या, उसके आदर्श पथ पर
स्वयं को अग्रसित कर पाओगे।
बड़ा साम्राज्य के स्वार्थ को त्यागकर
क्या, एक भिक्षुक बन पाओगे