आस्तिक-अर्थ एवं विवेचना
आस्तिक-अर्थ एवं विवेचना
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आस्तिक:–ईश्वर के अस्तित्व में विश्वास रखने वाला व्यक्ति आस्तिक कहलाता है।यह संस्कृत का शब्द है जिसका अर्थ है विद्यमान होना;उपस्थित होना।साकार रूप से जो हर स्थान पर उपस्थित है;जिसकी सत्ता सार्वभौमिक है।जो कण कण में विद्यमान है।प्रत्येक काल में वह उपस्थित है।जो न जन्म लेता है और न ही इसकी मृत्यु होती है: ब्रह्म के इस स्वरूप में विश्वास रखने वाले को हम आस्तिक कहते हैं।
राजेश’ललित’