आसमान में जहाज
आसमान में जहाज
दीप सीमा पर तैनात रहे सैनिक का बेटा है।
वह आसमान में उड़ते जहाज को देखता है तो बहुत खुश होता है।
जहाज के यात्रियों को बाए-बाए भी कहता और झूमने लगता।
आज उसे स्कूल से, छुट्टी से पहले ही लाया गया।
घर में सभी परिजन रो रहे थे। उसकी मम्मी का रो-रो कर बुरा हाल था।
उसे बड़ों की बातों से पता चला कि उसका पिता सीमा पर लड़ते-लड़ते शहीद हो गया।
उसे यह भी पता चला कि दिल्ली तक उसके पिता का पार्थिव शरीर जहाज से लाया गया।
अब वह आसमान में जहाज को देखकर पहले की तरह बाए-बाए नहीं करता।
जहाज को देखकर खुशी में झूमता भी नहीं। बल्कि उदास हो जाता है।
सोचने लग जाता है, “जरूर इसमें किसी बच्चे के पिता का शव जा रहा होगा।
-विनोद सिल्ला