आशुतोष,
आशुतोष,अवघड़ेश्वर ,अवधूत अविनाशी,आदिशंकरअर्धनारीश्वर
ओमकार मूल धरताअभ्यनकारी जटा जू ट जट जाडन्ध्यकारी, कैलाशी।
आप् लक अचल अनत्त कण कण व्यापी सर्वेसी।
रट रट रटत रट रट नाम मंगलकारी नाशायी।
प्र ट प्रकटित प्रलयंकर पर्ण पर्ण
शुभकारी प र्णaसी।
काल कूट कट भव बंधनमोह दुर्गुनासी ।।
अश्रु अंजू पांडेय रायपुर