शहर में ताजा हवा कहां आती है।
आया था, आंखों में चमक लेकर
सोचा, शहर में बहुत कुछ मिलेगा
और फिर मुझे मिलने लगा,हर शाम,
एक उदास, दमघोंटू परायापन।
सोचा,नया हूं,सब ठीक हो जाएगा
दूसरे लोग भी तो खुश रहते हैं यहां
और फ़िर खुश रहने का, यही इंतजार
अनंत की ओर ले जाता है मुझे ।।
मेरी भीगी पलकों की यह नमी
मां की वही बात दोहराती है,
बेटा गांव छोड़कर मत जाओ
शहर में ताजा हवा,कहां आती है ?
@करन केसरा