आया, आया है, बाल दिवस आया है
ओ नन्हें मुन्नों, जरा मुस्कराओं।
कुछ गुनगुनाओं, मेरे साथ गाओं।।
आया,आया है, बाल दिवस आया है।
नन्हे मुन्नें बच्चों का, दिवस आया है।।
ओ नन्हे- मुन्नों————————-।।
आज छोड़ो किताबें, खेलो- कूदो तुम।
आवो पास मेरे, नहीं ऐसे रूठों तुम।।
मौज-मस्ती, हंसने का दिवस आया है।
आया,आया है, बाल दिवस आया है।।
ओ नन्हे मुन्नों————————।।
कितने मासूम हो तुम, नादान हो।
झूठ-पाप, बुराई से अनजान हो।।
तुम्हें बचपन बताने का, दिवस आया है।
आया,आया है, बाल दिवस आया है।।
ओ नन्हे मुन्नों———————।।
तुम हो भविष्य, इस देश का।
तुम हो गौरव, इस देश का।।
यह गीत गाने का, दिवस आया है।
आया,आया है, बाल दिवस आया है।।
ओ नन्हे मुन्नों———————-।।
कोई था जो, करता था तुमसे प्यार।
तुम थे उसकी शान, खुशी- संसार।।
चाचा नेहरू का, जन्मदिवस आया है।
आया,आया है, बाल दिवस आया है।।
ओ नन्हे मुन्नों———————।।
शिक्षक एवं साहित्यकार
गुरुदीन वर्मा उर्फ़ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)