आप हमें याद आ गएँ नई ग़ज़ल लेखक विनीत सिंह शायर
भेजा जो किसी ने हमें मुरझा हुआ गुलाब
क्या बात है कि आप हमें याद आ गएँ
देखा जो किसी को किसी की बाहों में आज
क्या बात है कि आप हमें याद आ गएँ
आया है पास कोई जब ख़त्म था शबाब
क्या बात है कि आप हमें याद आ गएँ
गले लगाया किसी ने अलविदा के बाद
क्या बात है कि आप हमें याद आ गएँ
मेहंदी वाली हाथों से की कोई इरशाद
क्या बात है की आप हमें याद आ गएँ
~विनीत सिंह