आपाधापी व्यस्त बहुत हैं दफ़्तर में व्यापार में ।
आपाधापी व्यस्त बहुत हैं दफ़्तर में व्यापार में ।
समय मिला तो मोबाइल में टीबी में अख़बार में।
पत्नी बच्चे दुःख देते हैं प्रखर शिकायत इतनी है।
कौन यहां कोई ये कहता व्यस्त आज परिवार में।।
सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर ‘