आपस में सौहार्द बढाता है अपनापन,
आपस में सौहार्द बढाता है अपनापन,
आपस में सद्भाव जगाता है निज चिन्तन,
वैचारिक मतभेद कभी भी हो सकते हैं,
यदि होगा मनभेद, नष्ट होता है जीवन.
आपस में सौहार्द बढाता है अपनापन,
आपस में सद्भाव जगाता है निज चिन्तन,
वैचारिक मतभेद कभी भी हो सकते हैं,
यदि होगा मनभेद, नष्ट होता है जीवन.