आपको देखकर गीत गाता रहूँ
आपको देखकर गीत गाता रहूँ
आप हमें देखकर मुस्कुराते रहे
आपको देखकर गीत गाता रहूँ
आप हमें देखकर मुस्कुराते रहेंं
मै सितारों की महफिल सजाता रहूँ
आप बहारों की मल्लिका बनाते रहें
आपको है कसम, ना रुके ये कदम
बल्कि मंजिल से आगे बढाते रहें
आपको देखकर गीत गाता रहूँ
आप हमें देखकर मुस्कुराते रहें
दिल तो दरिया है लेकिन समन्दर नही
दिल तो ऊँचा है लेकिन ये अम्बर नही
दिल तो दरिया है लेकिन समन्दर नही
दिल तो ऊँचा है लेकिन ये अम्बर नही
महकी महकी ये नगमें सुनाता रहूँ
आप होठों से अमृत गिराते रहें
आपको देखकर गीत गाता रहूँ
आप हमें देखकर मुस्कुराते रहेंं
दिल मे राजा का अरमान सपना गुनूँ
आप नयी हर नयी राह दिखाते रहें
दिल मे राजा का अरमान सपना गुनूँ
आप नयी हर नयी राह दिखाते रहें
चाँद तारे तो क्या , ये जीवन भी फिदा
सारे जहाँ में ,जहाँ से मै करता रहूँ
आपको देखकर गीत गाता रहूँ
आप हमें देखकर मुस्कुराते रहेंं ।
– अशोक कुमार “राजा”