आपकी पूजा करुँगा
ये तुम्हारी छवि हमारे उर पटल पर बन गई है
जिंदगी जब तक रहेगी आपकी पूजा करूँगा
चाँद की चाहत नहीं बेशक़ अँधेरे हों घनेरे
आपका ही नाम लेकर रात दिन कूँजा करुँगा
आँख में पानी नहीं आ देख ले शैलाब इनमे
पीर का पर्वत ह्रदय में दिन ब दिन ऊँचा करूँगा
प्रेम का जंगल हुआ वीरान सा तेरे बिना अब
किन्तु बनकर मैं भ्रमर हर डाल पर गूँजा करूँगा
चल दिया जिस राह पर हैं ठोकारें उन पर अनेकों
प्राण भी जाये मगर अब राह ना दूजा करूँगा 🙏✍️