आपकी क्रिया-प्रतिक्रिया ही आपकी वैचारिक जीवंतता आपकी क्रिया-प्रतिक्रिया ही आपकी वैचारिक जीवंतता की एकमात्र पहचान है। 👌प्रणय प्रभात👌