आपकी अच्छाईया बेशक अदृष्य हो सकती है
आपकी अच्छाईया बेशक अदृष्य हो सकती है
लेकिन इनकी छाप दुसरो के हृदय मे
विराजमान रहती है::::::मेरे अनुभव:::::
///::::हल ऋतुराज वर्मा::::///
आपकी अच्छाईया बेशक अदृष्य हो सकती है
लेकिन इनकी छाप दुसरो के हृदय मे
विराजमान रहती है::::::मेरे अनुभव:::::
///::::हल ऋतुराज वर्मा::::///