Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Jun 2023 · 3 min read

— आधे की हकदार पत्नी —

सुप्रीम कोर्ट कहे या कहे हाई कोर्ट, पति पत्नी के बीच अगर विश्वाश की कड़ी जबरदस्त है, तो किसी भी तरह के कानून की कोई आवश्यकता नहीं है, कानून कहेगा कि पति की संपत्ति में से पत्नी का आधा हक़ है, चाहे पति ने कितना भी कमाया हो, उस पर आधा हक़ पत्नी का रहेगा !

मैं कहता हूँ, पति और पत्नी एक मिसाल हैं, एक विश्वाश का धागा हैं, जो कभी टूटेगा नहीं, सात फेरे लेते वक्त किसी कानून की जब जरुरत नहीं पड़ी, तो आगे की जिंदगी में भी किसी तरह के कानून की जरुरत नहीं पड़नी चाहिए !

पत्नी का आधे का नहीं पूरे का हक़ है , अगर वो विश्वाश के साथ पति के साथ जीवन यापन करती है तो , चूंकि उस ने पति के लिए ही अपना सारा घर त्यागा है, परिवार को आगे बढ़ाने के लिए अपना जीवन बलिदान किया है, हर दुःख और सुख में पति का साथ देने के लिए रात दिन एक किया है, भूख प्यास की परवाह किये बिना कंधे के साथ कन्धा मिला कर साथ चलने का प्रण लिया है,तो ऐसे में भला संपत्ति पर आधे का हक़ बेमानी सा लगता है!

मैं तो यही कहूंगा, कि अपनी पत्नी के लिए , उस को हर काम में साथ देने के लिए हर पति को तैयार रहना चाहिए, अगर वो बीमार हो जाए तो कम से कम अपने हाथ से खाना बना कर खिला तो सको, उस को दवा आदि देने का ध्यान रखो, उस के मन में क्या है , उस की देखभाल करने का फ़र्ज़ भी तो पति का ही है, उस के मन की स्थिति को समझो, मैं सिर्फ पति हूँ, इस बात पर कभी गुमान न करो, वो ही सारे काम करेगी, ऐसी बातों को मन से निकाल कर उस का हर वक्त साथ दो, वो अपने घर से सिर्फ और सिर्फ तुम्हारे लिए आयी है, वो संपत्ति की भूखी नहीं है, वो आपके प्यार, आपके साथ, के लिए आपके साथ है !

अगर वो आपको पति परमेश्वर मानती है, आपके लिए, आपके बच्चों की परवरिश के लिए सदैव तत्पर रहती है, तो क्या पति का कोई कर्तव्य नहीं बनता कि वो भी अपनी पत्नी को देवी समझे, उस का आदर करे, न कि उस को पैर की जूती समझे , पति और पत्नी का बराबर का हक़ है, दोनों ही एक दूजे आएंगे, कोई पास पड़ोस का नहीं आएगा, कि आप ने कुछ खाया कि नहीं, आपके घर में क्या दिक्कत है, कैसी परिस्थिति से आप जूझ रहे है, जो भी कुछ करना है, वो पति और पत्नी ने ही करना है, वो अर्धांगिनी है, भगवान् शिव जी की तस्वीर में साफ़ साफ़ देखने को मिलता है,कि पति और पत्नी एक जिस्म में विराजमान हैं, दोनों एक दुसरे की बिना अपूर्ण हैं !

अक्सर ही देखने को मिलता है, पति अपने अभिमान की भाषा से पत्नी पर कुछ ज्यादा हक़ जमाते हैं, शराब पी कर घर आते है, शराब के नशे में गन्दी भाषा का इस्तेमाल कर के उस पर हाथ उठाते है, न जाने किस किस तरह के अत्याचार करते हैं, ठीक है आप मर्द हो इस का यह मतलब नहीं निकलता है, कि आप अपनी पहलवानी का नमूना अपनी पत्नी पर ही उठा कर प्रदर्शित करो !

इस लेख में मैं यह लिखने पर मजबूर हुआ, चूंकि बहुत से घरो में ऐसी दरिंदगी भरी बातें होती हैं, आपको किसी भी तरह के कानून की जरुरत न पड़े, इस बात का ध्यान रखते हुए आपस में प्यार से , आदर सम्मान से जीवन को गुजारो, कुछ भी गलत हुआ तो भुगतना परिवार को ही पड़ता है, समाज में बदनामी का दाग लगेगा , वो अलग , कानून की लड़ाईयां कभी खत्म नहीं होती हैं, इंसान खत्म हो जाते है, अगर यह सोचो की आपके लड़ाई झगडे को कोर्ट सुलझा देगी, वो तो खुद अवसर की तलाश में बैठे है, कि कब आप घर में लड़ो, एक दूजे को मारो, क़त्ल करो, और तारीख पर तारीख का भुगतान करने के लिए विवश हो जाओ. !!

नारी का सम्मान करोगे, तभी बनेगा हर घर महान
क्या संपत्ति, क्या धन, क्या कानून , सब कुछ बेमान !!

अजीत कुमार तलवार
मेरठ

Language: Hindi
Tag: लेख
2 Likes · 2 Comments · 643 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
View all
You may also like:
हर इक रंग बस प्यास बनकर आती है,
हर इक रंग बस प्यास बनकर आती है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
*गीत*
*गीत*
Poonam gupta
हर‌ शख्स उदास है
हर‌ शख्स उदास है
Surinder blackpen
#आदरांजलि
#आदरांजलि
*प्रणय*
*Love filters down the soul*
*Love filters down the soul*
Poonam Matia
2122  2122  2122  212
2122 2122 2122 212
Neelofar Khan
" वो "
Dr. Kishan tandon kranti
नैनीताल ही हवा ताजी नहीं जहरीली है !!!!
नैनीताल ही हवा ताजी नहीं जहरीली है !!!!
Rakshita Bora
न जाने क्या ज़माना चाहता है
न जाने क्या ज़माना चाहता है
Dr. Alpana Suhasini
जो व्यक्ति दुःख और सुख दोनों में अपना सहमति रखता हो वह व्यक्
जो व्यक्ति दुःख और सुख दोनों में अपना सहमति रखता हो वह व्यक्
Ravikesh Jha
कवित्व प्रतिभा के आप क्यों ना धनी हों ,पर आप में यदि व्यावहा
कवित्व प्रतिभा के आप क्यों ना धनी हों ,पर आप में यदि व्यावहा
DrLakshman Jha Parimal
क्या रखा है???
क्या रखा है???
Sûrëkhâ
युगों की नींद से झकझोर कर जगा दो मुझको
युगों की नींद से झकझोर कर जगा दो मुझको
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
*अंगूर (बाल कविता)*
*अंगूर (बाल कविता)*
Ravi Prakash
दोहे
दोहे
अशोक कुमार ढोरिया
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
गुड़िया
गुड़िया
Dr. Pradeep Kumar Sharma
समीक्षा- रास्ता बनकर रहा (ग़ज़ल संग्रह)
समीक्षा- रास्ता बनकर रहा (ग़ज़ल संग्रह)
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
जला दो दीपक कर दो रौशनी
जला दो दीपक कर दो रौशनी
Sandeep Kumar
किताबे पढ़िए!!
किताबे पढ़िए!!
पूर्वार्थ
हंस भेस में आजकल,
हंस भेस में आजकल,
sushil sarna
میرے اس دل میں ۔
میرے اس دل میں ۔
Dr fauzia Naseem shad
फ़ना से मिल गये वीरानियों से मिल गये हैं
फ़ना से मिल गये वीरानियों से मिल गये हैं
Rituraj shivem verma
घर छूटा तो बाकी के असबाब भी लेकर क्या करती
घर छूटा तो बाकी के असबाब भी लेकर क्या करती
Shweta Soni
3145.*पूर्णिका*
3145.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
कुछ लोग कहते है की चलो मामला रफा दफ़ा हुआ।
कुछ लोग कहते है की चलो मामला रफा दफ़ा हुआ।
Ashwini sharma
मेरी बच्ची - दीपक नीलपदम्
मेरी बच्ची - दीपक नीलपदम्
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
गीत
गीत
प्रीतम श्रावस्तवी
वो ख्यालों में भी दिल में उतर जाएगा।
वो ख्यालों में भी दिल में उतर जाएगा।
Phool gufran
तेरी नाराज़गियों से तुझको ठुकराने वाले मिलेंगे सारे जहां
तेरी नाराज़गियों से तुझको ठुकराने वाले मिलेंगे सारे जहां
Ankita Patel
Loading...