Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Feb 2021 · 1 min read

आधुनिक साहित्यकार

आधुनिक साहित्यकार
******************
हाँ मैं छपासीय संस्कृति का आधुनिक साहित्यकार हूँ।अब ये आप की कमी है कि अभी तक आप पुरातन युग में ही जी रहे हैं।अरे भाई जागो,समय बदल गया है।नई संस्कृति जन्म ले चुकी है ,नीति अनीति भूल जाइए, रचना लिखिए, कुछ भी लिखिए।बस पटलों पर प्रतिभाग कीजिए,दस पन्द्रह पटलों पर नई पुरानी रचना भेजिए।रचना के स्तर की चिंता छोड़़िए, सम्मान पत्रों पर नजर रखिये।रचना कोई पढ़े या नहीं, कहीं छपे या नहीं, बस जुगाड़ और निगाह में सम्मान पत्र रखिये, कौन सा मरने के बाद आप देखने आने वाले हैं।
सम्मान पत्रों को सोशल मीडिया में खूब प्रचारित करिए। बच्चे, परिवार, रिश्तेदारों मित्रों के बीच भौकाल बनेगा।मरने के बाद भी इन सबके बीच आपका यशोगान गूँजेगा।
किसी के बहकावे में न आयें, जब तक जिंदा हैं ,पटलों पर ही सही जिंदा तो रहिए। मरने के साथ अपनी सृजनात्मकता डायरी कलम के साथ अंतिम संस्कार के लिए साथ लेकर जाइये।कौन जानता है आपके बाद आपके नाम लेखन का क्या क्या हो जाये?क्या पता आपके मरने के बाद आपके नाम को जिंदा रखने का जतनकर आप को इस मृत्यु लोक में भटकाने ही इंतजाम किया जाये।
जय लेखक, जय लेखनी, जय सम्मान पत्र
✍सुधीर श्रीवास्तव

Language: Hindi
Tag: लेख
2 Likes · 2 Comments · 200 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
पेड़ पौधे (ताटंक छन्द)
पेड़ पौधे (ताटंक छन्द)
नाथ सोनांचली
सन् 19, 20, 21
सन् 19, 20, 21
Sandeep Pande
आया यह मृदु - गीत कहाँ से!
आया यह मृदु - गीत कहाँ से!
Anil Mishra Prahari
दीप आशा के जलें
दीप आशा के जलें
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
महान गुरु श्री रामकृष्ण परमहंस की काव्यमय जीवनी (पुस्तक-समीक्षा)
महान गुरु श्री रामकृष्ण परमहंस की काव्यमय जीवनी (पुस्तक-समीक्षा)
Ravi Prakash
संवेदना का कवि
संवेदना का कवि
Shweta Soni
तू मेरी मैं तेरा, इश्क है बड़ा सुनहरा
तू मेरी मैं तेरा, इश्क है बड़ा सुनहरा
SUNIL kumar
सब विश्वास खोखले निकले सभी आस्थाएं झूठीं
सब विश्वास खोखले निकले सभी आस्थाएं झूठीं
Ravi Ghayal
जबसे उनको रकीब माना है।
जबसे उनको रकीब माना है।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
हंसें और हंसाएँ
हंसें और हंसाएँ
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
23/20.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/20.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
तलाशता हूँ -
तलाशता हूँ - "प्रणय यात्रा" के निशाँ  
Atul "Krishn"
नेता खाते हैं देशी घी
नेता खाते हैं देशी घी
महेश चन्द्र त्रिपाठी
बाल कविता: तितली रानी चली विद्यालय
बाल कविता: तितली रानी चली विद्यालय
Rajesh Kumar Arjun
*सुनकर खबर आँखों से आँसू बह रहे*
*सुनकर खबर आँखों से आँसू बह रहे*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
मछली रानी
मछली रानी
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
ख्वाहिश
ख्वाहिश
Neelam Sharma
आस लगाए बैठे हैं कि कब उम्मीद का दामन भर जाए, कहने को दुनिया
आस लगाए बैठे हैं कि कब उम्मीद का दामन भर जाए, कहने को दुनिया
Shashi kala vyas
"अहमियत"
Dr. Kishan tandon kranti
🙅विषम-विधान🙅
🙅विषम-विधान🙅
*Author प्रणय प्रभात*
💐प्रेम कौतुक-453💐
💐प्रेम कौतुक-453💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
रुपयों लदा पेड़ जो होता ,
रुपयों लदा पेड़ जो होता ,
Vedha Singh
कैसा हो रामराज्य
कैसा हो रामराज्य
Rajesh Tiwari
जुदाई - चंद अशआर
जुदाई - चंद अशआर
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
समझ
समझ
Dinesh Kumar Gangwar
खारिज़ करने के तर्क / मुसाफ़िर बैठा
खारिज़ करने के तर्क / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
इतनें रंगो के लोग हो गये के
इतनें रंगो के लोग हो गये के
Sonu sugandh
जमाना है
जमाना है
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
इश्क़ ला हासिल का हासिल कुछ नहीं
इश्क़ ला हासिल का हासिल कुछ नहीं
shabina. Naaz
Loading...