आधुनिकता के सांचे में
आधुनिकता के सांचे में जो ढल जाओगे
फिर आदर्शों की गंगा कैसे बहाओगे
बना लोगे जो पाश्चात्य विचारों से नाता
अपनी संस्कृति और संस्कारों से दूर हो जाओगे
आधुनिकता के सांचे में जो ढल जाओगे
फिर आदर्शों की गंगा कैसे बहाओगे
बना लोगे जो पाश्चात्य विचारों से नाता
अपनी संस्कृति और संस्कारों से दूर हो जाओगे