आदर , थोड़ा समय , अरु , सबकी नित परवाह ।
आदर , थोड़ा समय , अरु , सबकी नित परवाह ।
अपनों की रहती सदा , अक्सर हमसे चाह ।।
अक्सर हमसे चाह , करें सब मिलकर पूरी ।
थोड़ी सी है बात , किन्तु मिटती हर दूरी ।
ईश्वर के सब अंश , करें ना कभी निरादर ।
सुरभित हो प्रति प्रेम , करें हम सबका आदर ।।
सतीश पाण्डेय