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4 Jun 2023 · 1 min read

आदर , थोड़ा समय , अरु , सबकी नित परवाह ।

आदर , थोड़ा समय , अरु , सबकी नित परवाह ।
अपनों की रहती सदा , अक्सर हमसे चाह ।।
अक्सर हमसे चाह , करें सब मिलकर पूरी ।
थोड़ी सी है बात , किन्तु मिटती हर दूरी ।
ईश्वर के सब अंश , करें ना कभी निरादर ।
सुरभित हो प्रति प्रेम , करें हम सबका आदर ।।
सतीश पाण्डेय

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