आदमी
आदमी
एक दिन राजकीय विद्यालय के प्राचार्य नरसी राम शर्मा कक्षाओं का निरिक्षण करते हुए, प्राथमिक विंग में चले गए।
प्रथम कक्षा में शिक्षक सतीश कुमार अध्यापन में व्यस्त थे। प्राचार्य महोदय को आया देख सतीश कुमार ने छात्र-छात्राओं से कहा, “बच्चो ये बड़े सर हैं। इनको गुड मॉर्निंग करो।”
बच्चों ने गुड मॉर्निंग बुलाई।
प्राचार्य ने बताया, “मैं प्रिंसीपल हूँ, इस विद्यालय का सबसे बड़ा सर।”
प्राचार्य ने फिर पूछा, “बच्चो मैं कौन हूँ?”
सभी बच्चे एक सुर में चिल्लाए “आदमी” प्राचार्य महोदय को बच्चों का जवाब पसंद नहीं आया। जो नाराज हो कर चले गए।
शिक्षक सतीश कुमार बच्चों के भोलेभाव से दिया जवाब सुनकर सोचने लगे, क्या प्राचार्य का पद “आदमी” से भी बड़ा होता है?
-विनोद सिल्ला