Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 May 2021 · 1 min read

आदमी

एक रोटी के लिए अक्सर कुत्ते लड़ जाते हैं
आदमी वो है जो मिलबाँट कर खाते हैं
आदमी वो है जो भूखे रहकर मां की तरह
खाते हैं बाद में पहले खिलाते हैं

Language: Hindi
Tag: शेर
1 Like · 296 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
शहर की गर्मी में वो छांव याद आता है, मस्ती में बीता जहाँ बचप
शहर की गर्मी में वो छांव याद आता है, मस्ती में बीता जहाँ बचप
Shubham Pandey (S P)
हैं दुनिया में बहुत से लोग इश्क़ करने के लिए,
हैं दुनिया में बहुत से लोग इश्क़ करने के लिए,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
तुम कहो तो कुछ लिखूं!
तुम कहो तो कुछ लिखूं!
विकास सैनी The Poet
अगर ये न होते
अगर ये न होते
Suryakant Dwivedi
देख स्वप्न सी उर्वशी,
देख स्वप्न सी उर्वशी,
sushil sarna
😢युग-युग का सच😢
😢युग-युग का सच😢
*प्रणय*
लगाकर मुखौटा चेहरा खुद का छुपाए बैठे हैं
लगाकर मुखौटा चेहरा खुद का छुपाए बैठे हैं
Gouri tiwari
दीदार
दीदार
Dipak Kumar "Girja"
जाने जां निगाहों में
जाने जां निगाहों में
मधुसूदन गौतम
भावना लोगों की कई छोटी बातों में बिगड़ जाती है,
भावना लोगों की कई छोटी बातों में बिगड़ जाती है,
Ajit Kumar "Karn"
परीलोक से आई हो 🙏
परीलोक से आई हो 🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
वीरान गली हैरान मोहल्ला कुछ तो अपना अंदाज लिखो / लवकुश_यादव_अजल
वीरान गली हैरान मोहल्ला कुछ तो अपना अंदाज लिखो / लवकुश_यादव_अजल
लवकुश यादव "अज़ल"
सुबह-सुबह की बात है
सुबह-सुबह की बात है
Neeraj Agarwal
3131.*पूर्णिका*
3131.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
तिमिर है घनेरा
तिमिर है घनेरा
Satish Srijan
अजीज़ सारे देखते रह जाएंगे तमाशाई की तरह
अजीज़ सारे देखते रह जाएंगे तमाशाई की तरह
_सुलेखा.
अपने दिल का हाल न कहना कैसा लगता है
अपने दिल का हाल न कहना कैसा लगता है
पूर्वार्थ
Khata kar tu laakh magar.......
Khata kar tu laakh magar.......
HEBA
*मैं भी कवि*
*मैं भी कवि*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
बाप अपने घर की रौनक.. बेटी देने जा रहा है
बाप अपने घर की रौनक.. बेटी देने जा रहा है
Shweta Soni
58....
58....
sushil yadav
घमंड की बीमारी बिलकुल शराब जैसी हैं
घमंड की बीमारी बिलकुल शराब जैसी हैं
शेखर सिंह
ग़ज़ल _ दिल मचलता रहा है धड़कन से !
ग़ज़ल _ दिल मचलता रहा है धड़कन से !
Neelofar Khan
" रावन "
Dr. Kishan tandon kranti
मेरी पसंद तो बस पसंद बनके रह गई उनकी पसंद के आगे,
मेरी पसंद तो बस पसंद बनके रह गई उनकी पसंद के आगे,
जय लगन कुमार हैप्पी
एक अजीब सी आग लगी है जिंदगी में,
एक अजीब सी आग लगी है जिंदगी में,
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
सबकुछ झूठा दिखते जग में,
सबकुछ झूठा दिखते जग में,
Dr.Pratibha Prakash
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Mahendra Narayan
भाग्य प्रबल हो जायेगा
भाग्य प्रबल हो जायेगा
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
*श्रद्धेय रामप्रकाश जी की जीवनी मार्गदर्शन है (प्रसिद्ध कवि
*श्रद्धेय रामप्रकाश जी की जीवनी मार्गदर्शन है (प्रसिद्ध कवि
Ravi Prakash
Loading...