आदमी जब अपने ही घर..
आदमी जब अपने ही घर में हार जाता है
तब उसे हराना बाकी कब रह जाता है
तब वह पार पाता है गैरों से किस क़दर
वह अपने आप ही बिना लड़े हार जाता है।।
?मधुप बैरागी
आदमी जब अपने ही घर में हार जाता है
तब उसे हराना बाकी कब रह जाता है
तब वह पार पाता है गैरों से किस क़दर
वह अपने आप ही बिना लड़े हार जाता है।।
?मधुप बैरागी