आत्म विश्लेषण
आत्म विश्लेषण
आसमान से पूछी गहराई,
सोये समुद्र से उसकी लंबाई।
तारों से उनकी गिनती,
सूरज से उसकी परछाई।
मिला जवाब तब मुझे,
जब मैंने अपनी चेतना जगाई।
बिंदेश कुमार झा
आत्म विश्लेषण
आसमान से पूछी गहराई,
सोये समुद्र से उसकी लंबाई।
तारों से उनकी गिनती,
सूरज से उसकी परछाई।
मिला जवाब तब मुझे,
जब मैंने अपनी चेतना जगाई।
बिंदेश कुमार झा